दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने Khubsurti Ki Tareef Shayari शेयर करने वाले हैं. दोस्तों हर लड़की अपनी खूबसूरती की तारीफ सुनना पसंद करती है अगर आप भी अपनी गर्लफ्रेंड या पत्नी या किसी लड़की की खूबसूरती की तारीफ करना चाहते हैं तो हमारी यह खूबसूरती की तारीफ शायरी जरूर पढ़नी चाहिए. आपको यहां पर खूबसूरती के लिए सबसे Best Khubsurti Ki Tareef Shayari मिल जाएगी. दोस्तों हम जिसे चाहते हैं उसे खुश करने के लिए उसकी खूबसूरती की तारीफ करते हैं ताकि उसे अच्छा लगे और हमारा प्यार भी बरकरार रहे. हमारी तरफ से की गई तारीफ हमारे रिश्ते को और भी मजबूत बनाती है. यूं तो खूबसूरती की तारीफ हर कोई करता रहता है पर जब आप यह तारीफ, तारीफ शायरियाें के द्वारा करते हैं तो इसमें चार चांद से लग जाते हैं. दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने ऐसी ही खूबसूरती की तारीफ करने वाली शायरियां आपके साथ शेयर करी है. अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड या पत्नी की खूबसूरती की तारीफ करना चाहते हैं तो इस खूबसूरती की तारीफ शायरी द्वारा करें आपकी गर्लफ्रेंड, पत्नी बहुत खुश होगी और आपका रिश्ता और प्यार हमेशा बना रहेगा.
Contents
Khubsurti Ki Tareef Shayari
इन्ही को सुकून
इन्ही को कहर लिखा है
हमने तेरी आंखों को
खूबसूरत शहर लिखा हैं..!!!
खूबसूरत हो तुम
दिलकश मुस्कुराहट है तुम्हारी
एक झलक पाकर ही
धड़कने बढ़ जाती हैं हमारी..!!!
ज़िन्दगी का सबसे खूबसूरत ख्याल हो तुम
इश्क़ और इबादत
दोनों में बेमिसाल हो तुम..!!!
मेरे लफ्जो में है तारीफ एक चेहरे की,
मेरे महबूब की मुस्कुराहट से
चलती है शायरी मेरी..!!!
मेरा और उसका कुछ
ऐसा किस्सा है …..
मेरी छोटी सी दुनिया का
वह खूबसूरत हिस्सा है..!!!
तुम खूबसूरत हो, जानती हो
हम तारीफ ना करें, तो क्या करें
आंखे कातिलाना हैं तुम्हारी, जानती हो
हम जां निसार ना करें, तो क्या करें..!!!
तुम हकीकत नही हो हसरत हो,
जो मिले ख्वाब में वही दौलत हो,
किस लिए देखती हो आइना,
तुम तो खुदा से भी
ज्यादा खूबसूरत हो..!!!
मेरी नज़रों का क्या कसूर जो दिल्लगी तुमसे हो गई
अरे पगली!!!
तूं है ही इतनी खूबसूरत जो मोहब्बत तुम हो गई..!!!
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खूबसूरती की तारीफ शायरी
क्या लिखूं तारीफ में तुम्हारी ए हुस्न की मल्लिका,
कुंआ भी अगर तुम्हें देखे, तो वो भी प्यासा हो जाये..!!!
ज्यादा बड़ा शायर तो नहीं हूं मैं
बस तुम्हें खूबसूरत लफ़्ज़ों में पिरो देता हूं..!!!
मेरी हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की,
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की,
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है,
क्या जरूरत थी तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की..!!!
ये आईने क्या देंगे तुझे तेरे हुसन की खबर
अब तुजसे मिलना है, नहीं होता सबर..!!!
जितनी तारीफ करू उतनी ही कम है,
सबसे खूबसूरत मेरा सनम है..!!!
रात बड़ी मुश्किल से सुलाया है मैंने खुद को,
अपनी आंखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर..!!!
खुदा ने बड़ी ही फुरसत से बनाया होगा,
ऐसा कभी भी सोचा मुझसे भी खुबसूरत मेरा यारा होगा..!!!
आपकी खूबसूरती की तारीफ करने का हौसला नहीं मिलता,
आप वो गुलाब है जो हर बाग़ में नहीं खिलता..!!!
खूबसूरती की तारीफ शायरी 2 लाइन
बेहद खूबसूरत “गजल” हो तुम,
तुम्हे हर पल गुनगुनाता हूं मैं..!!!
बहुत खूबसूरत है पूरी कायनात,
फिर भी तेरे ख़्याल से खूबसूरत कुछ भी नहीं..!!!
लाज़मी है चेहरे पर तिल होना
खुबसूरत चेहरे पर पहरेदारी भी जरूरी है..!!!
तुम्हें देखकर पता नहीं चला कब सुबह से रात हो गई,
हमारी पहली ही मुलाकात में ऐसी बात हो गई..!!!
खूबसूरती में तुम्हारी कोई कमी तो होती,
खुदा कसम फिर तुम और ज्यादा खूबसूरत होती..!!!
उसके चेहरे की चमक के आगे सब सादा लगा,
आज आसमा में चांद पूरा था मगर आधा लगा..!!!
धीरे से लबों पर उतरा ये सवाल..
वो ज्यादा खुबसूरत है या उसका ख्याल..!!!
क्या लिखूं यार तेरी तारीफ में,
शब्द कम हैं तेरी मासूमियत देखकर..!!!
सनम की खूबसूरती की तारीफ शायरी
हमने महबूब की तारीफ कुछ इस तरह की,
रात भर चांद भी नहीं दिखा..!!!
तेरी तारीफ में लफ्ज़ कहाँ से लाऊं,
खुशबू जैसे कोई फूल को छू ले,
वैसे ही तेरा हुस्न दिल को छू जाए..!!!
आसमान में चांद पर तारों का पहरा,
कितना खूबसूरत चांद सा चेहरा..!!!
तेरी खुबसूरती को देखकर चांद भी कतरा रहा है,
तुम बहुत ही प्यारे हो यही फरमा रहा है..!!!
देखे जो तुम्हे वो हर एक दीवाना हो जाये,
खूबसूरती ऐसी है तुम्हारी कि तुम्हे देख चांद भी शर्मा जाए..!!!
जो कभी किया ना असर शराब ने, वो तेरी आँखों वे कर दिया, सजा़ देना तो मेरी मुठ्ठी मे थी, मुझे हि कैद तेरी सलाखों ने कर दिया..!!!
तुम्हारी आँखों की चमक में, दिल की हर बात छुपी है,
तुम्हारी तारीफ करने में, हर लफ्ज़ खुद को खोती है..!!!
मैं उम्र भर नहीं दे सका जिनका जवाब,
उनकी आंखें एक मुलाकात में हम से वो सवालात कर गईं..!!!
तेरे हुस्न की चमक सलामत रहे,
सदियों तक जमी पर तेरी कयामत रहे..!!!
खूबसूरती की तारीफ शायरी 4 लाइन
मुस्क़ुरते हैं तो बिजलिया गिरा देती हैं,
बात करते हैं तो दीवाना बना देती हैं,
हुस्न वालो की नज़र काम नहीं क़यामत से,
आग पानी में वो नज़रों से लगा देती हैं..!!!
मोहब्बत कि ज़ंज़ीर से डर लगता हे, कुछ अपनी तफलीक से डर लगता हे. जो मुझे तुजसे जुदा करते हे, हाथ कि वो लकीरो से डर लगता हे..!!!
नशीली आँखों से वो जब हमें देखते हैं,
हम घबराकर ऑंखें झुका लेते हैं,
कौन मिलाए उनकी आँखों से आंखे,
सुना है वो आँखों से अपना बना लेते है..!!!
उनकी मुस्कुराहट पर कत्लेआम होते होते,
उनकी आंखों के चर्चे पूरी अवाम में होते हैं,
अब ऐसी हुस्न ए मल्लिका की हम क्या करें तारीफ,
जिनकी तारीफ में यह दिन और शाम होते हैं..!!!
समझ में आया लोग चाँद
को खूबसूरत क्यों कहते हैं
शायद मेरी तरह वो भी उसमे
अपनी ही झलक देखते होंगे..!!!
हर बार हम पर इल्जाम
लगा देते हो मुहब्बत का..
कभी खुद से भी पूंछा है
इतनी खूबसूरत क्यों हो..!!!
महंगी हे तु कोहिनूर से भी ,
खूबसूरत हैं तु हूर से भी ,
दूर से दिखते हे चांद में दाग मगर ,
बेदाग हे तु दूर से भी..!!!
गा सकूँ आपका नगमा वो साज कहाँ से लावु,
सुना सकूँ कुछ आपको वो अंदाज कहाँ से लावु,
यूं तो चाँदनी की तारीफ की तारीफ करना आसान है,
कर सकूँ आपकी तारीफ वो अलफ़ाज कहाँ से लावु..!!!
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा, राते कटती है लेकर नाम तेरा, मुद्दत से बैठा हूँ पाल के ये आस, कभी तो आएगा कोई पैग़ाम तेरा..!!!
स्त्री की सुंदरता पर शायरी
तुम्हारी खुबसूरती का कोई जवाब नहीं,
इसे शब्दों में बयां करना इतना आसान नहीं..!!!
तुम्हारे खूबसूरत चेहरे की मेरी आंखों में तस्वीर बन गई,
न जाने कब तुम मेरी तकदीर बन गई..!!!
तारीफ खुद ही करना बहुत फ़िज़ूल है,
खुशबू ही बता देती है कौन सा फूल है..!!!
कुछ अपना मन है कुछ मौसम रंगीन है,
तारीफ करू या चुप रहूं जुर्म दोनो ही संगीन हैं..!!!
इतना मत मुस्कुराओ कि फूल समझ जाएं,
करे वो तुम्हारी सुंदरता की तारीफ़, तुम्हें उनकी नज़र लग जाएँ..!!!
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा है तू,
तुझे जिंदगी बनाने को जी चाहता है..!!!
तेरा यूं सजना भी किसी कयामत से कम नहीं,
तुझे देखूं तो जान जाये, ना देखूं तो दिल बेचैन रहे..!!!
यू ना निकला करो रात को सनम,
चांद ना छुप जाये देख कर हुसन..!!!
देख के तुम्हारी मुस्कुराहट हम होश गवा बैठे
हम होश में आने ही वाले थे कि तुम फिर मुस्कुरा बैठे..!!!
सुंदरता की तारीफ के लिए शब्द
आपकी खूबसूरती ने तो हमें कायल कर दिया,
ना चाहते हुए भी आपके प्यार में घायल कर दिया..!!!
तेरी तारीफ के काबिल हर लफ्ज़ नहीं होता,
तू वो किताब है जिसे हर कोई पढ़ नहीं पाता..!!!
तेरी आँखों में बसी मोहब्बत की गहराई है,
तेरी तारीफ में हर शब्द कम पड़ता है, यही सच्चाई है..!!!
हमें लिखनी है उन पर एक पूरी किताब…..
उनकी तारीफे चंद लफ़्ज़ों में हमसे बयां नहीं होंगी..!!!
तेरी सादगी में भी कशिश है बेमिसाल,
देख कर तुझे खुदा भी कहे, वाह क्या कमाल..!!!
मेरे दिल की धड़कनों की तुम जरूरत हो,
तितलियों जैसे नाजुक और परियों की तरह खूबसूरत हो..!!!
तुम्हारी अदाओं का क्या कहना, जैसे चाँदनी रात हो,
तुम्हारी तारीफ में हर दिल का अरमान हो..!!!
तेरी खूबसूरती की खबर ना दे पाएंगे ये आईने,
कभी मेरी आँखों के पास आकर पूछो तुम कितनी खूबसूरत हो..!!!
तुम्हारी तारीफ में क्या कहूँ, दिल भी शायराना हो जाता है,
तेरी मासूमियत को देखकर, ये दिल दीवाना हो जाता है..!!!
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